भगवद गीता भारतीय दर्शन और आध्यात्मिक ज्ञान का एक अनमोल ग्रंथ है। यह महाभारत की युद्धभूमि पर अर्जुन और श्रीकृष्ण के बीच हुए दिव्य संवाद के रूप में प्रस्तुत किया गया है। जब अर्जुन अपने कर्तव्यों और भावनाओं के बीच उलझ जाते हैं, तब श्रीकृष्ण उन्हें जीवन, कर्म, धर्म और आत्मा के रहस्यों से अवगत कराते हैं। इस संवाद में कई प्रेरणादायक Bhagavad Gita quotes शामिल हैं, जो आज भी लोगों को सही मार्ग दिखाते हैं — जैसे:
“कर्म करो, फल की चिंता मत करो” और “जब-जब धर्म की हानि होती है, तब-तब मैं अवतार लेता हूँ।“
श्रीकृष्ण के ये उपदेश आज के समय में भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने उस युग में थे। उनके ये 20 अनमोल Bhagavad Gita quotes हमें जीवन में स्पष्टता, संतुलन और आंतरिक शक्ति पाने में मदद करते हैं।
What is भगवद गीता?
भगवद गीता एक पवित्र हिंदू ग्रंथ है जो महाभारत का हिस्सा है। यह एक philosophical dialogue है जो अर्जुन और भगवान श्रीकृष्ण के बीच Kurukshetra battlefield पर होता है। जब अर्जुन अपने ही रिश्तेदारों और गुरुओं से युद्ध करने को लेकर confused और emotionally weak हो जाते हैं, तब श्रीकृष्ण उन्हें जीवन, आत्मा (soul), धर्म (duty) और कर्म (action) की गहराइयों से परिचित कराते हैं।
Bhagavad Gita न केवल एक spiritual text है, बल्कि इसे जीवन का guidebook भी कहा जा सकता है, जो हमें सिखाती है कि कैसे clarity, focus और inner peace के साथ निर्णय लें। इसके उपदेश आज के समय में भी उतने ही relevant हैं और यह हर इंसान को कठिन समय में mental strength और सही दिशा प्रदान कर सकते हैं।
श्रीमद् Bhagavad Gita के अनमोल वचन | Quotes
श्रीकृष्ण कहते हैं जो हुआ, वह अच्छे के लिए हुआ; जो हो रहा है, वह अच्छे के लिए हो रहा है; जो होगा, वह भी अच्छे के लिए होगा। |
श्रीकृष्ण कहते हैं स्वयं पर विश्वास करना ही सफलता की कुंजी है। |
जब इंसान अपने काम में आनंद खोज लेता हैं, तब वे पूर्णता प्राप्त कर लेता हैं। |
मनुष्य की वासना ही उसके पुनर्जन्म का कारण होती है। |
मनुष्य को अपने मन और बुद्धि पर विश्वास नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये बार-बार मनुष्य को दगा देते हैं। खुद को निर्दोष मानना बहुत बड़ा दोष है। |
गीता में लिखा है कि अपनी पीड़ा के लिए संसार को दोष मत दो. अपने मन को समझाओ क्योंकि तुम्हारे मन का परिवर्तन ही तुम्हारे दुखों का अंत है. |
अगर आप अपनी गलतियों से कुछ सीखते हो, तो गलतियां सीढ़ियाँ बनती हैं और अगर नहीं सीखते हैं, तो गलतियां सागर हैं, फैसला आपका है चढ़ना है या डूबना है। |
भगवद गीता के अनुसार नरक के तीन द्वार हैं – वासना, क्रोध और लालच। |
भगवद गीता में लिखा है कि जीवन का दूसरा नाम ही संघर्ष हैं। |
गीता में लिखा है कि सच्ची दोस्ती दुःख को आधा और सुख को दो गुना कर देती हैं। |
श्रीकृष्ण कहते हैं परिवर्तन संसार का नियम है, समय के साथ संसार में हर चीज परिवर्तन के नियम का पालन करती है। |
जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है. |
मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है.जैसा वो विश्वास करता है वैसा वो बन जाता है. |
इस जीवन में ना कुछ खोता है ना व्यर्थ होता है. |
हर व्यक्ति का विश्वास उसकी प्रकृति के अनुसार होता है. |
गीता में श्रीकृष्ण ने कहा, हे अर्जुन, केवल भाग्यशाली योद्धा ही ऐसा युद्ध लड़ने का अवसर पाते हैं जो स्वर्ग के द्वार के सामान है. |
श्रीकृष्ण कहते हैं कोई भी व्यक्ति जो अच्छा काम करता है, उसका कभी भी बुरा अंत नहीं होगा, चाहे वह यहां हो या आने वाले संसार में। |
गीता में लिखा हैं की आत्मा न जन्म लेती है, न मरती है। यह नित्य, शाश्वत और अजर-अमर है। |
श्रीकृष्ण कहते हैं जो व्यक्ति मुझे सच्चे मन से याद करता है, वह मुझे प्राप्त करता है। |
सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता तीनों लोक में कहीं भी नहीं है। |
Conclusion
Bhagavad Gita Quotes हमें यह सिखाते हैं कि जीवन में सबसे जरूरी है selfless action यानी निष्काम कर्म। श्रीकृष्ण बताते हैं कि हमें केवल अपने actions पर ध्यान देना चाहिए, ना कि उनके results पर। ये teachings न सिर्फ spiritual रूप से, बल्कि practical life में भी बेहद सहायक हैं। जब हम जीवन में confused, demotivated, या lost महसूस करते हैं, तब गीता के ये उपदेश हमें mental clarity और emotional stability प्रदान करते हैं। अगर हम इन teachings को अपने daily life में apply करें, तो हम न सिर्फ एक बेहतर इंसान बन सकते हैं, बल्कि एक शांत और संतुलित जीवन भी जी सकते हैं।